अभियंता भवन में परशुराम जयंती समारोह युवा नेता राहुल झा के नेतृत्व में आयोजित किया गया। जिसका उद्दघाटन जदयू महासचिव रंजीत कुमार झा, डा मदनमोहन झा, विनोद नारायण झा ने किया। इस अवसर पर रंजीत कुमार झा ने उपस्थित युवाओं से कहा कि भगवान परशुराम के बारे में कुछ भी कहना या उनके जीवन चरित को उकेरना संभव नहीं हो सकता। उनके जीवन का हर क्षण प्रेरणादायी रहा। हम सभी को आज अपने अपने क्षेत्र में संगठित होकर आगे बढ़ने की आवश्यकता है।
पूर्व मंत्री डा मदनमोहन झा ने कहा कि भगवान परशुराम की जीवन लीला की व्याख्या करना एक साधारण मनुष्य के लिए मात्र प्रयास ही हो सकता है। मेरी कामना है कि उनकी कृपा से हर किसी का जीवन साहस, विद्या और विवेक से परिपूर्ण हो।
पूर्व मंत्री विनोद नारायण झा ने कहा कि भगवान विष्णु के छठे अवतार भगवान परशुराम माने जाते हैं। क्रोध और दनवशीलता में इनका कोई सानी नही है। शास्त्र और शस्त्र के ज्ञाता सिर्फ और सिर्फ परशुराम को ही माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि भगवान शिव ने उन्हें मृत्युलोक के कल्याणार्थ परशु अस्त्र प्रदान किया, जिससे वे परशुराम कहलाए। वे परम शिवभक्त थे।
कार्यक्रम में संजय चौधरी, जितेंद्र मिश्रा, मनोरंजन गिरी, अनिता मिश्रा, प्रियंका झा आदि उपस्थित थे।

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